| 1. | नैनसिंह सूबेदार का अनायास और अचानक हँस पड़ना, जैसे जंगल की
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| 2. | अचानक हँस पड़ना, जैसे जंगल की वनस्पतियों और पक्षियों तक में
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| 3. | नैनसिंह सूबेदार का अनायास और अचानक हँस पड़ना, जैसे जंगल की वनस्पतियों और पक्षियों तक में व्याप्त हो गया।
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| 4. | नैनसिंह सूबेदार का अनायास और अचानक हँस पड़ना, जैसे जंगल की वनस्पतियों और पक्षियों तक में व्याप्त हो गया।
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| 5. | नैनसिंह सूबेदार का अनायास और अचानक हँस पड़ना, जैसे जंगल की वनस्पतियों और पक्षियों तक में व्याप्त हो गया।
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